प्रिय पाठकों आज हम (Help2Youth)आपके सामने अयोध्या श्री राम मंदिर के बारे में बताने जा रहे है क्योंकि पिछले तीन सालों से इसके बारे सारी दुनिया इंतजार कर रही है सिर्फ अयोध्या ही नहीं पूरे देश में इसका अलग ही उत्साह देखने को मिल रहा है।जी हाँ हम बात कर रहे है अयोध्या में बने श्री राम मंदिर की, कौन और कैसे इसका उद्घाटन होगा, किसने इसका निर्माण किया श्री राम मंदिर के क्या क्या महत्वपूर्ण तथ्य है और क्या इसकी विशेषता है इन सभी के बारे में हम आपको बारीकी से सारी जानकारी उपलब्ध करवाएंगे तो चलिए पढ़ते है श्री राम मंदिर के बारे में
अयोध्या श्री राम मंदिर
अयोध्या श्री राम मंदिर पूरे भारत देश का एक महत्वपूर्ण हिंदू मंदिर है जो वास्तव में उत्तरप्रदेश के अयोध्या में बना हुआ है यह मंदिर उस स्थान पर स्तिथ है जहां पर भगवान श्री राम का जन्म हुआ था वर्तमान में इसका आज भारत देश के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 22 जनवरी 2024 को उद्घाटन किया और वो यहां लगभग 4 घण्टे 15 मिंट के आस पास रुकेंगे, इससे पहले इस मंदिर की आधारशिला भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अगस्त 2020 की भूमि पूजन करके रखी थी श्री राम लला जोकि श्री राम का बाल रूप है इसकी तस्वीर भी सामने आ गयी है जोकि अभी से ही इस मंदिर को लाइट से सजाया गया है
इतिहास
हिन्दू के प्रमुख देवता श्री राम लला (भगवान श्री राम का बाल रूप) का जन्म इसी स्थान पर हुआ था भगवान राम हिन्दू देवता थे जो विष्णु के अवतार माने जाते है जिनका जन्म अयोध्या में हुआ था पहले इस स्थान पर ऐब बाबरी मस्जिद हुआ करती थी जिसे बाद इसे ध्वस्त कर दिया गया था सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार इस भूमि पर भगवान श्री राम का मंदिर बनाया जा सकता है। वर्तमान में इस मन्दिर की देखरेख श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट द्वारा किया जा रहा है
निर्माण
अयोध्या में बना श्री राम मंदिर का निर्माण पहले मार्च 2020 में पहला चरण शुरू किया गया लेकिन कोविड 19 के कारण इसे एक बार स्थगित कर दिया गया था बाद में 5 अगस्त 2020 को भुमि पूजन किया गया और साथ मे 40 किलो चांदी ईंट की स्थापना करके इसकी आधारशिला रखी गयी है लेकिन अब वो वक्त आ गया है जिसका आज यानी 22 जनवरी 2024 को इसका उद्घाटन हुआ है इस मंदिर को पूरा होने में लगभग 3 साल, 9 माह, 3 सप्ताह लग गए है
श्रद्धालु पूर्व दिशा से 32 सीढ़ियां चढ़कर सिंहद्वार से मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे क्योंकि अयोध्या श्री राम मंदिर को बनाने के लिए 2587 क्षेत्रों की पवित्र मिट्टी का प्रयोग किया गया है जैसे: झाँसी, बिठूरी, यमुनोत्री, हल्दीघाटी, चित्तौड़गढ़ और स्वर्ण मंदिर आदि स्थानों से पवित्र मिट्टी का उपयोग किया गया है। इस मंदिर में भी बिल्कुल भी लोहे, चुना, सीमेंट व स्टील का इस्तेमाल नही किया है क्योंकि इनकी उम्र 80 से 90 साल ही होती है लेकिन श्री राम मंदिर को बनाने में अच्छी क्वालिटी वाले ग्रेनाइट, बलुआ पत्थर और संगमरमर का प्रयोग किया है इस मंदिर के आर्किटेक्चर डिजाइन नागर शैली द्वारा तैयार किया गया है ताकि 1000 साल तक यह मंदिर बना रहे
अयोध्या श्री राम मंदिर का डिजाइन देश के प्रसिद्ध वास्तुकार चंद्रकांत बी सोमपुरा ने किया साथ इनके 2 बेटो निखिल व आशीष, इन तीनो ने मिलकर इस मंदिर का निर्माण किया है जिस कंपनी ने इनका साथ दिया ह वो है लार्सन एंड टुब्रो (L&T), और परियोजना प्रबंधन कंपनी है टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड (TCEL), इन सभी इस भव्य मंदिर को इतना सुंदर बनाया है कि इसे एक बार देख ले तो बार बार इसे देखना चाहेगा अयोध्या श्री राम मंदिर बनाने के लिए उपयोग की जाने वाली महत्वपूर्ण सामग्री:-
- स्टील के बिना उच्च ग्रेड “रोल्ड कॉम्पैक्टेड कंक्रीट
- गुलाबी बलुआ पत्थर (बांस पहाड़पुर (भरतपुर, राजस्थान) से मँगवाया गया है।
- ग्रेनाइट पत्थर, (कर्नाटक और तेलंगाना से)
- शालिग्राम शिला
- तांबे की प्लेटें
- सोना और अष्टधातु
- सागौन की लकड़ी
मुख्य तथ्य
- मुख्य वास्तुकार: चंद्रकांत बी. सोमपुरा (CBS)
- निर्माण कंपनी: लार्सन एंड टुब्रो (L&T)
- परियोजना प्रबंधन कंपनी: टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड (TCEL)
- डिज़ाइन सलाहकार: IIT चेन्नई, IIT बॉम्बे, IIT गुवाहाटी, CBRI रुड़की, SVNIT सूरत, NGRI हैदराबाद
- मूर्तिकार: अरुण योगीराज (मैसूर), गणेश भट्ट और सत्यनारायण पांडे
- कुल क्षेत्रफल: 2.7 एकड़
- कुल निर्मित क्षेत्र: 57,400 वर्ग. फ़ुट.
- मंदिर की कुल लंबाई: 360 फीट
- मंदिर की कुल चौड़ाई: 235 फीट शिखर सहित
- मंदिर की कुल ऊंचाई: 161 फीट
- मंजिलों की कुल संख्या: 3 मंजिल
- प्रत्येक मंजिल की ऊंचाई: 20 फीट
- मंदिर के भूतल में स्तंभों की संख्या: 160
- मंदिर के प्रथम तल में स्तंभों की संख्या:132
- मंदिर की दूसरी मंजिल में स्तंभों की संख्या:74
- मंदिर में चबूतरे एवं मंडपों की संख्या:5 (इन मंडपों में नृत्य मंडप, रंग मंडप, सभा मंडप, कीर्तन मंडप और प्रार्थना मंडप शामिल हैं)
- मंदिर में कुल द्वारों की संख्या:44
- मंदिर की कुल सीढ़िया: 32
विशेषताए
अयोध्या श्री राम मंदिर में भगवान की 2 मूर्तियां रखी जाएंगी। एक वास्तविक मूर्ति होगी जो 1949 में मिली थी और कई सालों तक किसी तंबू में रही है। दूसरी एक बड़ी मूर्ति नेपाल से लाई गई शालिग्राम की दो शिलाएं, जिनका इस मुख्य मूर्ति के इस्तेमाल किया गया है इन शिलाओं का वजन 26 टन और 14 टन है।
इस मंदिर में 2100 किलो का एक विशाल घंटा लगाया जाएगा। जो 6 फुट ऊंचा और 5 फुट चौड़ा होगा। इसके अलावा मंदिर में विभिन्न आकार के 10 छोटे घंटे भी लगाए जाएंगे। जिनका वजन 500, 250, 100 किलो होगा।
दावा है कि 7.5 तीव्रता के भूकंप अयोध्या मे आता है तो इस भूकंप का असर राममंदिर पर नहीं होगा। बाढ़ से बचाने के लिए मंदिर के चारों दिशाओं में 50 फीट गहरी सुरक्षा दीवार भी बनाई जा रही है।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए तीन स्थानों पर गुप्त रूप से तीन मूर्तियां बनाई है हैं रामलला की अचल मूर्ति 51 इंच की होगी। जोकि अरुण योगिराज ने बनाई है कमल के आसन पर रामलला विराजेंगे और उनके हाथ में धनुष-बाण होगा। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि भक्तों को दर्शन करने के लिए 25 फीट की दूरी बनाई गई है।
अयोध्या श्री राम मंदिर के उद्घाटन समारोह के लिए करीब 8 हजार मेहमानों को न्योता भेजा गया है जिसमे जाने माने बिजनेसमैन मुकेश अंबानी, महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा, सुपस्टार अमिताभ बच्चन और पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली पूर्ण भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी समेत अन्य मेहमानों को भव्य कार्यक्रम में बुलाया गया है। केंद्र सरकार ने 22 जनवरी को राज्य के सभी सरकारी कार्यालयों, बोर्डों और निगमों ने आधे दिन या छुट्टी की घोषणा भी कर दी गई है।
वास्तव मे रामलला की मूर्ति को कर्नाटक के प्रसिद्ध मूर्तिकार अरुण योगीराज ने बनाया है। जिसे गर्भ गृह मे रखा गया है
अयोध्या श्री राम मंदिर में कुल 46 दरवाजों में से 42 पर 100 किलोग्राम सोने की परत चढ़ाई गई है
राम मंदिर के निर्माण में इस्तेमाल की गई ईंटों पर ‘श्री राम’ लिखा हुआ है।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देवगिरी का कहना है कि रामलला के मंदिर निर्माण में अभी तक 900 करोड़ रुपये खर्च होने के बाद भी अभी तक करीब 3000 करोड़ रुपए ट्रस्ट के पास बचे हैं।
22 जनवरी , 2024 के उद्घाटन समारोह मे थायलैंड देश ने राम लला के अभिषेक समारोह के लिए मिट्टी भेजी है। जिसका उपयोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी करेंगे।
अयोध्या श्री राम मंदिर का उद्घाटन
22 जनवरी 2024 यानि आज के दिन नरेंद्र मोदी अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का उद्घाटन करेंगे और इस आयोजन के पीएम मोदी मुख्य यजमान होंगे। उसके बाद वो अयोध्या मे ही एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे ऐसा माना जा रहा है की इस मंदिर को अंदर व बाहर से दुल्हन की तरह सजाया गया है जो बेहद आकर्षक व सुन्दर दिखाई दे रहा है
पीएम मोदी के अयोध्या दौरे का सम्भावित शेड्यूल
- 10:20 AM: अयोध्या एयरपोर्ट पहुंचेंगे
- 10:45 AM: वह हेलिकॉप्टर से साकेत कॉलेज पहुंचेंगे
- 10:55 AM: राम जन्मभूमि मंदिर पहुंचेंगे
- 12:05 PM: 12:55 बजे तक प्राण प्रतिष्ठा पूजा कार्यक्रम में रहेंगे
- 01:00 PM: अतिथियों को संबोधन
- 02:05 PM: कुबेर टीला पहुंचकर श्रमिकों और अन्य लोगों से बातचीत कर शिव मंदिर में पूजन करेंगे
- 02:25 PM: हेलिपैड के लिए रवाना होंगे
- 02:40 PM: हेलिपैड से एयरपोर्ट रवाना होंगे
- 03:05 PM: अयोध्या एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए रवाना होंगे
राम लला प्राण प्रतिष्ठा एक नज़र
10:55 मिंट पर अयोध्या की राम जन्म भूमि पर पहुँचे पीएम मोदी पहुंचे लेकिन मन्दिर के अंदर वे लगभग 12 बजे के आस पास पहुंचे
मंदिर का मुख्य द्वार ‘सिंह द्वार’ के नाम से जाना जाएगा। इसी से ही पीएम मोदी ने मंदिर में प्रवेश किया
मंगल ध्वनि के दौरान पीएम मोदी श्री राम मंदिर पहुंचे
प्राण प्रतिष्ठा के समय 5 लोग ही गर्भ गृह में रहंगे मौजूद। पीएम मोदी, योगी आदित्यनाथ, आनंदीबेन पटेल, RSS प्रमुख मोहन भगवत, महंत नृत्य गोपाल दास महाराज रहंगे
22 जनवरी 2024 को 12:20 मिंट पर प्राण प्रतिष्ठा का अनावरण किया जाएगा
अभिजीत मुहूर्त में व वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हुई रामलला की प्राण प्रतिष्ठा
12: 33 मिंट पर राम लला की मूर्ति मुखौटा दिखाया गया
राम लला प्राण प्रतिष्ठा के समय राम की मूर्ति से मुखौटा हटाया गया और पीएम मोदी ने भगवान श्री राम की आंखों में काजल लगाया गया
आरती के समय हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा होगी और आरती के समय हर अतिथि के पास घण्टी होगी
84 सेकंड के शुभ मुहूर्त में प्राण प्रतिष्ठा होगी।
60 देशों में प्राण प्रतिष्ठा का लाइव स्ट्रीमिंग कार्यक्रम होगा
50 से ज्यादा वाद्य यंत्रों से मंगल ध्वनि का वादन होगा
रामलला को 56 भोग लगाया गया और 1 मिंट 24 सेकंड उसी समय विशेष पूजा होगी
मूर्ति पर 10 अवतार की स्थापना की गई है
अयोध्या श्री राम मंदिर मे पर्यटन स्थल
- हनुमानगढ़ी
- श्रीचन्द्रहरि मंदिर
- श्री नागेश्वरनाथ मंदिर
- सीताकूप तीर्थ
- मत्तगजेन्द्र
- नया घाट
- राम की पैड़ी
- राज सदन
- सप्तसागर तीर्थ
- देवकली
अयोध्या श्री राम मंदिर