प्रिय पाठकों आज हम आपके लिए लेकर आए है हरियाणा की वन सम्पदा(Forest Wealth of Haryana), जिससे आप आने वाले HSSC के Exams की तैयारी कर सकते है अगर कोई जानकारी अधूरी रह जाती है तो है कृपया करके आप हमारे कॉमेंट बॉक्स मे हमारे साथ सांझा कर सकते है
हरियाणा की वन सम्पदा(Forest Wealth of Haryana)
मुख्य रूप से हरियाणा एक कृषि प्रधान राज्य है यहाँ पर 70% लोग कृषि पर निर्भर रहते है लेकिन हरियाणा राज्य वनों के क्षेत्र मे पिछड़ा हुआ राज्य है जब हरियाणा राज्य बना तब हरियाणा मे 3.9 % वन क्षेत्र था लेकिन वर्तमान मे यह 3.59% है भारत मे राष्ट्रीय वन नीति 1988 मे बनाई गई थी जबकि हरियाणा राज्य मे 2006 मे हरियाणा वन नीति बनाई गई जिसके अनुसार हरियाणा मे 20% वन क्षेत्र होने चाहिए लेकिन हरियाणा मे कुल 10% भाग पर ही वनों का विस्तार है
स्टेट फॉरेस्ट रिपोर्ट 2019 के अनुसार 1602.44 वर्ग किमी क्षेत्रफल पर वन फैले है जो राज्य के भौगोलिक क्षेत्रफल का 3.62 % है तो आइए पढ़ते है हरियाणा के वनों का क्षेत्रफल व उनकी भौगोलिक स्तिथि के बारे मे
हरियाणा के वन क्षेत्रफल(Forest Wealth of Haryana)
कुल वन क्षेत्रफल: 1602.44 वर्ग किमी (2019 के अनुसार)
राज्य का कुल भौगोलिक क्षेत्रफल: 3.62%
कुल वन क्षेत्रफल 2017 के अनुसार: 1588 वर्ग किमी
कुल वन क्षेत्रफल 2015 के अनुसार: 1580 वर्ग किमी
कुल वृद्धि क्षेत्रफल: 14.44 वर्ग किमी
हरियाणा के वृक्ष आच्छादन क्षेत्रफल
वृक्ष आच्छादन क्षेत्रफल: 1565 वर्ग किमी
कुल भौगोलिक वृक्ष आच्छादन क्षेत्रफल: 3.54%
वृक्ष आच्छादन क्षेत्रफल 217 के अनुसार: 1415 वर्ग किमी
कुल वृद्धि क्षेत्रफल: 150 वर्ग किमी
हरियाणा राज्य मे कुल वन +वृक्ष क्षेत्रफल: 31.67 44 वर्ग किमी ( 7.16%)
सर्वाधिक वन वाले जिले क्षेत्रफल अनुसार
जिले का नाम | क्षेत्रफल वर्ग किमी |
पंचकूला | 390.70 |
यमुनानगर | 194 |
गुरुग्राम | 117 |
भिवानी | 112 |
सर्वाधिक वन वाले जिले प्रतिशत अनुसार
जिले का नाम | प्रतिशत अनुसार |
पंचकूला | 43.54 |
यमुनानगर | 10.97 |
गुरग्राम | 9.30 |
फरीदाबाद | 7.5 |
कम वन वाले जिले क्षेत्रफल अनुसार
जिले का नाम | क्षेत्रफल वर्ग किमी |
पलवल | 13.97 |
पानीपत | 17 |
फतेहाबाद | 18 |
जींद | 20 |
कम वन वाले जिले प्रतिशत अनुसार
जिले का नाम | प्रतिशत % |
फतेहाबाद | 0.71 |
सोनीपत | 0.99 |
जींद | 1.09 |
झज्जर | 1.18 |
हरियाणा की वन सम्पदा का प्रशासनिक वर्गीकरण
हरियाणा राज्य मे भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा 38 व पंजाब भूमि अधिनियम 1980 धारा 4 व 5 के अंतर्गत वनों को
3 भागों मे बाँटा गया है
हरियाणा की वन सम्पदा का प्राकृतिक वर्गीकरण
हरियाणा राज्य मे मुख्य रूप मे 5 प्रकार के वन पाए जाते है
- उष्ण कटिबंधीय शुष्क वन
- शुष्क पतझड़ वन
- ढाक वन
- नमी वाले साल के वन
- शुष्क मरुस्थलीय वन
चॅम्पियन एण्ड सेठ के अनुसार राज्य मे 2 प्रकार के वन पाए जाते है
उष्ण कटिबंधीय वन
ये वन हरियाणा के मैदानी भागों मे पाए जाते है जहां पर 20 से 40 सेमी तक वर्षा होती है
इनमे ओके ग्वार, बुई, पाठा, थूहर, सरकंडा, संजिया और खीप आदि प्रकार की वनस्पति पाई जाती है को यमुनानगर, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, करनाल और सोनीपत जिलों मे पाई जाती है
शुष्क भागों मे आम, नीम, जामुन, इमली, पीपल, शीशम, पीलू कीकर, फिरास, झड़बेरी आदि वृक्ष पाए जाते है
उपोषण वन
ये वन पहाड़ी क्षेत्र मे पाए जाते है जहां पर 100 सेमी के आसपास वर्षा होती है ज्यादातर ये वन हिमाचल प्रदेश के नजदीक जिलों मे पाए जाते है जी पंचकूला, अम्बाला और यमुनानगर आदि
कालका, पिंजोर और मोरनी की पहड़ियों मे मुख्य रूप से चीड और पाइन के वृक्ष पाए जाते हैं
इसके अतिरिक्त यहाँ सिरस, खैर, जिगन, कचनार, अम्लताप और बहेड़ा आदि वृक्ष पाए जाते है
हरियाणा की वन सम्पदा का वनावरण क्षेत्र
हरियाणा वनावरण क्षेत्र को 2 भागों मे बाँटा गया है हरित वनावरण क्षेत्र व बाहरी वनावरण क्षेत्र
हरित क्षेत्र
अति सघन वन: 28 वर्ग किमी
सामान्य सघन: 452 वर्ग किमी
खुले वन: 108 वर्ग किमी
कुल वन: 1588 वर्ग किमी
बाहरी वनावरण क्षेत्र
अति सघन वन: 2 वर्ग किमी
सामान्य सघन वन: 248 वर्ग किमी
खुले वन: 890 वर्ग किमी
कुल वन: 1140 वर्ग किमी
कुल वनावरण क्षेत्र: 1586 वर्ग किमी
कुल वृक्षावरण क्षेत्र: 1350 वर्ग किमी
हरियाणा की वन सम्पदा के महत्वपूर्ण तथ्य
सबसे ज्यादा झड़िया: गुरुग्राम, 144 वर्ग किमी
सबसे कम झड़िया: जींद
भारत देश मे सबसे ज्यादा वन क्षेत्रफल: मध्यप्रदेश (77482 वर्ग किमी)
भारत देश मे सबसे कम वन क्षेत्रफल: हरियाणा ( 1602 वर्ग किमी)
भारत देश मे सबसे ज्यादा प्रतिशत वृद्धि मे: मिजोरम( 85.41%)
भारत देश मे सबसे कम प्रतिशत वृद्धि मे: हरियाणा (3.62%)
ग्रीनिंग ऑफ हरियाणा वृक्षारोपण योजना: 1989-90 मे शुरू की गई
हरियाणा मे वनस्पति योजना: 1 नवंबर 2003 को
हरियाणा की वन योजना: हर घर हरियाली योजना शुरू की गई
हरियाणा का चंदन वृक्ष: झांटी व खेजड़ी, दक्षिण भाग मे पाया जाता है
हरियाणा वन विकास निगम की स्थापना: 1989 में की गई
फसलों के उत्पादन के लिए क्लस्टर पद्धति अपनाई: राज्य बागवानी बोर्ड
पंचकूला के मोरनी मे चाड के वृक्ष पाए जाते है
हरियाणा वन नीति: 2006
भारतीय वन नीति: 1988
प्रिय पाठकों, आशा करता हूँ की मेरे द्वारा दी गई जानकारी हरियाणा की वन सम्पदा(Forest Wealth of Haryana)से आप संतुष्ट होंगे, हरियाणा की और अधिक जानकारी देखने के लिए जुड़िये हमरे टेलीग्राम ग्रुप मे