प्रिय पाठकों, आज हम आपके लिए लेकर आये है हिन्दी व्याकरण की महत्वपूर्ण जानकारी ( Important Information of Hindi Grammar) केे बारे में जानकारी, हिन्दी भाषा का परिचय व हिन्दी व्याकरण से सम्बंधित प्रश्न उत्तर हर एग्जाम में पूछे जाते है तो आइए पढ़ते है हिन्दी व्याकरण की महत्वपूर्ण जानकारी ( Important Information of Hindi Grammar) के बारे में विस्तारपूर्वक लेख
Important Information of Hindi Grammar
किसी भी भाषा को सीखने के लिए हमें व्याकरण का ज्ञान होना बहुत जरूरी है। हिन्दी व्याकरण के माध्यम से ही हम हिन्दी भाषा के शुद्ध रूप को बोल सकते और लिख सकते है और समझ सकते है व्याकरण का अर्थ होता है :- ‘भाषा के शुद्ध रूप का ज्ञान करना’, हिन्दी व्याकरण का श्रेय दामोदर पंडित को दिया जाता है जिन्होंने 12 वी शताब्दी के दौरान महत्वपूर्ण ग्रंथ की रचना की थी, उनके द्वारा रचित उक्ति-व्यक्ति-प्रकरण हिंदी-व्याकरण का पहला ग्रंथ है। तो आइए पढ़ते है हिन्दी व्याकरण की महत्वपूर्ण जानकारी के बारे मे
हिन्दी व्याकरण
हिन्दी व्याकरण के बिना हम अपनी मातृभाषा को तो समझ सकते है लेकिन हिन्दी भाषा को बारीकी से सीखने के लिए व्याकरण का होना बहुत जरूरी है क्योंकि व्याकरण ही भाषा की शुद्धता का साधन है। व्याकरण से ही हिन्दी भाषा को सरलतम व सुगम बनाया जा सकता है। पंडित किशोरी दास वाजपेयी के अनुसार हिन्दी भाषा का व्याकरण संस्कृत भाषा पर आधारित है। हिन्दी व्याकरण मुख्यत: 3 चरणों मे विभाजित की गई है:-
- ध्वनि
- शब्द
- वाक्य
इन्ही के माध्यम से ही हिन्दी भाषा को वर्णित किया जा सकता है।
व्याकरण के भेद
वर्ण विचार
भाषा की सबसे चॉपती इकाई को वर्ण कहते है जिनको विभाजित नहीं किया जा सकता हिन्दी वर्णमाला मे कुल 52 वर्ण होते है ये दो प्रकार के होते है
- स्वर: 11
- व्यंजन: 33+ 2( एक अनुस्वार व एक विसर्ग सम्मिलित है )
- सयुक्त व्यंजन: 4
- द्विगुण व्यंजन: 2
शब्द विचार
शब्दों के सार्थक ध्वनि समूहों को शब्द कहते है। इन्हे 5 प्रकार मे विभाजित किया जाता है:-
- स्त्रोत / इतिहास / उत्पत्ति के आधार पर
- रचना / बनावट / व्युत्पत्ति के आधार पर
- प्रयोग के अनुसार
- व्याकरणिक प्रकार्य के आधार पर
- अर्थ के आधार पर
पद विचार
शब्दों के वाक्यों मे उचित प्रयोग किया जाता है। इसमें पद-भेद, पद-रूपान्तर तथा उनके प्रयोग आदि पर विचार किया जाता है ।
वाक्य विचार
शब्दों के सार्थक समूह को वाक्य कहते है। दो या दो से अधिक पदों से मिलकर वाक्य तैयार होते है इसके दो मुख्य तत्व है:-
- उद्देश्य या कर्ता
- विधेय या क्रिया
वैसे वाक्य के भेद दो प्रकार के होते है
- रचना के आधार पर
- अर्थ के आधार पर
इन्ही चार भेदों से ही हिन्दी व्याकरण का अध्ययन किया जाता है इन चार भेदों के बारे मे अलग-अलग लेख के माध्यम से विस्तारपूर्वक बताएंगे
देखे हिन्दी भाषा का परिचय
प्रिय दोस्तों, उम्मीद करते है की हमारे दी गई जानकारी हिन्दी व्याकरण की महत्वपूर्ण जानकारी ( Important Information of Hindi Grammar) से आप संतुष्ट होंगे, इसके बारे मे हम विस्तारपूर्वक अलगे अध्याय मे पढ़ेंगे इससे संबंधित कोई प्रतिक्रिया या सुझाव देना चाहता है तो हम कॉमेंट कर सकता है