राष्ट्रपति मुर्मू ने राफेल में उड़ान भरकर रचा इतिहास ( President Murmu created History by flying in Rafale)
भारत की राष्ट्रपति बुधवार को हरियाणा के अंबाला स्थित वायु सेना स्टेशन पहुंची थीं। 29 अक्टूबर 2025 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हरियाणा के अंबाला वायुसेना स्टेशन से राफेल लड़ाकू विमान में ड़ाकू विमान में लगभग 30 मिनट की उड़ान भरकर इतिहास रच दिया है
दोहरा गौरव :
- राफेल में उड़ान भरने वाली पहली भारतीय राष्ट्रपति बनीं।
- साथ ही, सुखोई सु-30 एमकेआई और राफेल – दोनों फाइटर जेट्स में उड़ान भरने वाली पहली राष्ट्रपति भी बनीं।
उड़ान विवरण :
- उड़ान अवधि: लगभग 30 मिनट
- साथ में पायलट: ग्रुप कैप्टन अमित गहानी, “गोल्डन एरोज़” स्क्वाड्रन
- राफेल: फ्रांस निर्मित मल्टी-रोल फाइटर जेट, 2020 से IAF का हिस्सा
महत्व :
- यह केवल औपचारिक उड़ान नहीं, बल्कि नागरिक–सैन्य तालमेल का प्रतीक है।
- इससे रक्षा बलों का मनोबल बढ़ा और जनता में सामरिक जागरूकता मजबूत हुई।
- राष्ट्रपति की भूमिका को प्रेरणादायक और सहभागी रूप में स्थापित किया गया।
- यह विमान ऑपरेशन सिंदूर जैसी प्रमुख अभियानों में अपनी भूमिका निभा चुका है
राष्ट्रपति मुर्मू का यह कदम भारतीय महिलाओं के नेतृत्व, साहस और राष्ट्रसेवा की भावना का प्रेरणादायक उदाहरण बन गया। गौरतलब है कि देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर आसीन भारत की राष्ट्रपति, भारत की तीनों सेनाओं की सर्वोच्च कमांडर भी है। राफेल फाइटर जेट को भारतीय वायुसेना के लिए फ्रांस से खरीदा गया है। वायुसेना के बाद अब भारतीय नौसेना के लिए भी राफेल की खरीद की जा रही है।
राष्ट्रपति मुर्मू ने राफेल में उड़ान भरकर रचा इतिहास ( President Murmu created History by flying in Rafale)





