प्रिय दोस्तो, आज आप इस लेख के माध्यम से भारत का पहला जल विश्वविद्यालय (India’s First Water University) के बारे में विस्तारपूर्वक जानेंगे, जो हाल ही में उत्तरप्रदेश राज्य में बनने जा रहा है जहां पर आपको जल संरक्षण से सम्बंधित समस्याओं के बारे में सीखने को मिलेगा, तो आइए उसके बारे में विस्तारपूर्वक जानते है
दुनिया का पहला जल विश्वविद्यालय(World’s First Water University in India)
भारत में दुनिया का पहला जल विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश के हमीरपुर जिले के बुंदेलखंड में खोला जाएगा इसकी शुरुआत हमीरपुर के रहने वाले प्रो रविकांत पाठक ने की है जो स्वीडन के पर्यावरण वैज्ञानिक है इनका साथ पद्मश्री से सम्मानित जलयोद्धा उमाशंकर पांडेय ने दिया है दोनों ने मिलकर निस जल विश्विद्यालय की पहल की है
पहला जल विश्विद्यालय का प्रस्ताव पूर्व जिलाधिकारी डॉ. चंद्रभूषण ने बनाया था जिसकी रिपोर्ट बनाकर उच्च शिक्षा विभाग को भी भेजा था, जिसके उपरांत इस विश्विद्यालय के लिए प्रो. पाठक ने 25 एकड़ जमीन भी दान की है।
प्रो रविकांत पाठक हमीरपुर जिले रिरुई पारा गांव के रहने वाले है जो यूनिवर्सिटी ऑफ गोवेनवर्ग (स्वीडन) में पर्यावरण विभाग के वैज्ञानिक प्रोफेसर है
इस विश्विद्यालय में पांच कोर्स शामिल किए जायँगे
- जल विज्ञान
- जल अभियांत्रिकी और प्रौद्योगिकी,
- जल प्रबंधन
- जल और मानविकी
- जल और अंतरिक्ष
2023 के पदम् श्री से सम्मानित जलयोद्धा उमाशंकर पांडेय ने बताता है कि इस विश्वविद्यालय में पानी के रहस्य जल का भविष्य सुरक्षित रखने के लिए विशेष रूप से रिसर्च किया जाएगा और उन्होंने बताया कि जल सरक्षंण को सीखना व उससे आनी वाली समस्याओं को दूर करने के लिए अलग अलग तरीके से कोर्स करवाया जाएगा
इस विश्वविद्यालय में छात्रों व शोधार्थियों को जल से होने वाली समस्या के बारे में पढ़ाया जाएगा और उसका कैसे समाधान किया जायेगा और उसका निवारण कैसे किया जाएगा आदि की समस्याओं के बारे सिखाया जायेगा और उसका समाधान किया जाएगा और यूजीसी के मापदंडों के अनुसार स्नातक पाठ्यक्रम शुरू करवाये जायँगे और उम्मीद की जा रही है कि दुनिया का पहला जल विश्वविद्यालय के पहले बैच की शुरुआत जुलाई 2025 तक किये जाने की संभावना है
World’s First Water University in India
इसके साथ साथ प्रकृति के लिए जल क्यो जरूरी है, जल निरीक्षण व पर्यावरण के लिए जल का कितना महत्व आदि से सम्बंधित रिसर्च करवाये जायँगे ताकि दुनिया के छात्रों व शोधकर्ताओं को जल प्रबंधन की जानकारी और पढ़ाई का मौका मिल सके दुनिया को और समाज को प्रेरित कर सके इसलिए इस विश्वविद्यालय की स्थापना की गई है
दुनिया को जल के रहस्यों को सुलझाने के लिए व पृथ्वी व जल भविष्य सुरक्षित रखने के लिए दुनिया का पहला जल विश्विद्यालय खोलने का प्रयास किया है ताकि आने वाली पीढ़ियों को इसके बारे में पता और समाज को प्रेरित कर सके
दुनिया का पहला जल विश्वविद्यालय भारत मे बनेगा (World’s First Water University in India)