प्रिय दोस्तो आज हम जानेंगे रोहतक के धार्मिक स्थल व उनके महत्व, कोई जानकारी अगर अधूरी रह जाती है तो आप हमारे कॉमेंट बॉक्स में सांझा कर सकते है
रोहतक के धार्मिक स्थल
यह हरियाणा के पाँच जिलो से घिरा हुआ जिला है जिसकी सीमाएं किसी अन्य जिले से नही लगती इस जिले की स्थापना रोहताश नामक राजा द्वारा की गई थी तो आइए देखिए विस्तारपूर्वक रोहतक जिले के धार्मिक स्थल/तीर्थ स्थल
अस्थल बोहर तीर्थ स्थल
यह रोहतक जिले में दिल्ली रोहतक हाइवे पर स्थित है अस्थल बोहर मठ को हठयोग, कर्मयोग और राष्ट्रप्रेम की त्रिवेणी का संगम स्थल माना जाता है। यह नाथ संप्रदाय की मुख्य तपस्थली भी है अस्थल बोहर मठ से उपलब्ध सामग्री के मुताबिक आठवीं शताब्दी में सिद्ध योगी चौरंगीनाथ ने इसकी स्थापना की थी
यह स्थल सिद्ध बाबा चौरंगीनाथ की तपस्थली रहा। उन्होंने यहां पर हठयोग की साधना की। शिरोमणि बाबा मस्तनाथ ने इसका जीर्णाेद्धार किया था
गुरुद्वारा लाखन माजरा
यह रोहतक से 25 किमी दूर लाखन माजरा गाँव मे स्थित है यह एक पवित्र स्थान है इस स्थान पर गुरु तेग बहादुर 23 दिनो के लिए रुके थे
उन्हीं की याद में यहां गुरुद्वारा बनाया गया है जत्थेदार दीवान सिंह द्वारा इस गुरुद्वारे का निर्माण किया गया है इस धार्मिक स्थल को देखने के लिए व मत्था टेकने के लिए विदेशों से भी लोग आते है
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