दुनिया के सबसे बड़े मेडिटेशन सेंटर स्वर्वेद महामंदिर ( Swarved Mahamandir Dham)

स्वर्वेद महामंदिर ( Swarved Mahamandir Dham)
स्वर्वेद महामंदिर ( Swarved Mahamandir Dham)

स्वर्वेद महामंदिर धाम ( Swarved Mahamandir Dham)

प्रिय दोस्तों, Help2Youth के माध्यम से आज हम आपके साथ दुनिया के सबसे बड़े मेडिटेशन सेंटर स्वर्वेद महामंदिर (Swarved Mahamandir Dham) के बारे में जानकारी सांझा करने जा रहे है। भारत के स्वर्वेद महामंदिर का उद्घाटन सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने किया। मोदी जी ने वाराणसी के इस मंदिर का लोकार्पण किया। चलो इसके बारे में हम विस्तारपूर्वक पढ़ते है और इसकी क्या विशेषता है।

स्वर्वेद महामंदिर धाम ( Swarved Mahamandir Dham) 

स्वर्वेद मंदिर धाम का नाम स्व: और वेद से जुड़कर बना है. स्व: का एक अर्थ है आत्मा या परमात्मा, वेद का अर्थ है ज्ञान और आत्मा का ज्ञान जिस माध्यम से हो वही स्वर्वेद कहा जाता है। स्वर्वेद मंदिर में किसी भगवान की पूजा नही की जाएगी बल्कि योग और साधना की जाएगी जिससे अध्यात्म को बढ़ावा मिलेगा।

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वाराणसी के स्वर्वेद महामंदिर धाम का उद्घाटन प्रधानमंत्री  जी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ सोमवार को किया । ये मंदिर वाराणसी के चौबेपुर इलाके के उमरहा में स्थित है।

इस मंदिर को बनाने में 19 वर्ष लग गए, इस मंदिर की नींव 2004 में रखी गई थी और ये मंदिर वाराणसी  का सबसे बड़ा आश्रम है।यह मंदिर आध्यात्म और हिंदू संस्कृति का अद्भुत प्रतीक माना जा रहा है. ये महामंदिर एक योग तीर्थ भी है।

स्वर्वेद मंदिर धाम

इस मंदिर का निर्माण विहंगम योग संत समाज ने किया है। यह मंदिर 200 एकड़ में फैला हुआ है और इसके निर्माण में मकराने का पत्थर उपयोग किया गया है। इस मंदिर की 7 मंजिल है और इसका डिजाइन कमल के आकार का है । यह मंदिर 64 हजार वर्गफीट में बना हुआ है। इसकी ऊंचाई 180 फीट है।

यह इतना बड़ा है कि इसको दुनिया के सबसे बड़े ध्यान केंद्र (Meditation centre ) के रूप में देखा जा रहा है। इसमें    20 हजार से अधिक लोग एक साथ एस योग एवम् मेडिटेशन कर सकते है। 

इस मंदिर के बारे में मान्यता है कि विहंगम  योग संस्थान के  प्रणेता संत सदाफल  महाराज ने 17 वर्षों  तक हिमालय  में स्थित  किसी आश्रम  में गहन साधना की। वहां से उन्हें जो ज्ञान प्राप्त हुआ  उसे  ही  ग्रंथ के रूप में पिरोया और उसी ग्रंथ का नाम स्वर्वेद है।

स्वर्वेद  महामंदिर  का लोकार्पण  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी  ने किया और लोकार्पण के साथ  ही  संत सदाफल  महाराज की 135 फीट ऊंची प्रतिमा का शिलान्यास भी पीएम ने किया।

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संत सदाफल महाराज की 135 फीट ऊंची प्रतिमा का शिलान्यास करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी।

 

यह मंदिर दिखने में बहुत ही अद्भुत एवम सुंदर है ।मंदिर की दीवारों पर अद्भुत नक्काशी की गई है।

इस मंदिर की दीवारों पर स्वर्वेद के 4000 दोहे अंकित किए गए हैं। बाहरी दीवार पर 138 प्रसंग वेद उपनिषद, महाभारत, रामायण, गीता आदि के प्रसंग पर  बहुत सुन्दर चित्र बनाए गए हैं, ताकि लोग उनसे प्रेरणा लें सकें।

विहंगम योग संत समाज का 100वां वार्षिकोत्सव रविवार से शुरू हुआ। इस मौके पर 25,000 कुंडीय स्वर्वेद ज्ञान महायज्ञ का अयोजन किया गया है और इससे  हमारी संस्कृति को भी बढ़ावा मिलेगा।

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