भारत के प्रमुख बंदरगाह (The Major ports of India)
प्रिय दोस्तों, Help2Youth के माध्यम से हम आपके साथ भारत के प्रमुख बंदरगाह (The Major ports of India) के बारे में जानकारी सांझी करने जा रहे है। भारत एक ऐसा देश जो पश्चिम दक्षिण और पूर्व दक्षिण से समुद्र से घिरा हुआ है।ऐसे में भारत जैसे देश का दूसरे देशों के साथ आयात निर्यात इन्ही बंदरगाहों से किया जाता है और ये बंदरगाह देश की आर्थिक सरंचना के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। चलो भारत के प्रमुख बंदरगाह बारे में हम विस्तारपूर्वक पढ़ते है और इसकी क्या विशेषता है।
भारत के प्रमुख बंदरगाह (The Major ports of India)
भारत की तटरेखा लगभग 7516.6 किलोमीटर है, जिसमें कुल 200 प्रमुख और गैर-प्रमुख बंदरगाह हैं, जो दुनिया के सबसे बड़े प्रायद्वीपों में से एक है। भारत में आर्थिक विकास के लिए इन बंदरगाहों का भी प्रमुख योगदान है।
क्योंकि, बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय के अनुसार, भारत का लगभग 95 प्रतिशत व्यापार मात्रा के हिसाब से और 68 प्रतिशत व्यापार समुद्री परिवहन के माध्यम से किया जाता है। और ऐसे में भारतीय अर्थव्यवस्था में बंदरगाहों की भागीदारी को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।
इसकी सेवा 13 प्रमुख बंदरगाहों (12 सरकारी स्वामित्व वाले और एक निजी) है। देश के सबसे पुराने बंदरगाह की बात करें, तो वह कोलकाता बंदरगाह है। इस बंदरगाह का निर्माण ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा किया गया था। इस बंदरगाह का इस्तेमाल आज भी किया जा रहा है।
भारत में प्रमुख बंदरगाहों की सूची | ||
बंदरगाह का नाम | राज्य | |
कोच्चि बंदरगाह | केरल | |
एन्नोर बंदरगाह | तमिलनाडु | |
हल्दिया बंदरगाह | पश्चिम बंगाल | |
कोलकाता बंदरगाह | पश्चिम बंगाल | |
कांडला बंदरगाह | गुजरात | |
मैंगलोर बंदरगाह | कर्नाटक | |
मार्मागोआ बंदरगाह | गोवा | |
मुंबई बंदरगाह | महाराष्ट्र | |
जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह | महाराष्ट्र | |
पारादीप बंदरगाह | ओडिशा | |
तूतीकोरिन बंदरगाह | तमिलनाडु | |
विशाखापतनम | आंध्र प्रदेश | |
चेन्नई बंदरगाह | तमिलनाडु |
भारत के पूर्वी तट में प्रमुख बंदरगाह
पूर्वी तट के प्रमुख बंदरगाह भारत के पूर्वी तटीय मैदान पूर्वी घाट और बंगाल की खाड़ी के बीच मे तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, उड़ीसा और पश्चिम बंगाल राज्यों में फैला हुआ है। पूर्वी तट के बंदरगाह की सूची निम्न प्रकार है
- कोलकाता पोर्ट
- पारादीप पोर्ट
- विशाखापत्तनम पोर्ट
- कामराजार पोर्ट
- चेन्नई पोर्ट
- तूतीकोरिन पोर्ट
भारत के पश्चिमी तट में प्रमुख बंदरगाह
पश्चिमी तट के प्रमुख बंदरगाह भारत का पश्चिमी तटीय मैदान उत्तर में गुजरात से लेकर दक्षिण में केरल तक, महाराष्ट्र, कर्नाटक और गोवा राज्यों मे फैला हुआ है। पश्चिमी तट के बंदरगाह की सूची निम्न प्रकार है
- कांडला पोर्ट
- जवाहरलाल नेहरू पोर्ट
- मुंबई पोर्ट
- मोरमुगाओ पोर्ट
- न्यू मैंगलोर पोर्ट
- कोचीन पोर्ट
कुल 13 बंदरगाह की सूची
कलकत्ता बंदरगाह (डायमंड हार्बर)
कोलकाता बंदरगाह, जिसे आधिकारिक तौर पर श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह के नाम से जाना जाता है, भारत का एकमात्र नदी तटीय प्रमुख बंदरगाह है , कोलकाता शहर में लगभग 203 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।यह भारत का सबसे पुराना परिचालन बंदरगाह है और इसका निर्माण ब्रिटिश इंडिया कंपनी द्वारा किया गया था । यह एक मीठे पानी का बंदरगाह है।ये बंदरगाह (हुगली नदी पर स्थित)- इससे दक्षिण पूर्वी एशिया, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैण्ड के लिये आयात-निर्यात होता हैं।
हल्दिया
भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के हल्दिया नगर के हल्दी नदी और हुगली नदी के संगम के समीप स्थित है। इसे समुद्री जहाज़ पर माल लादने-उतारने के लिए डॉक (जहाज़घाट) बनाया गया है।यह कलकत्ता बंदरगाह के दक्षिण में हुगली नदी पर कलकत्ता बंदरगाह के भार को कम करने हेतु बनाया गया। यहां तेलशोधन कारखाना भी हैं।
पाराद्विप (प्रदीप बंदरगाह)
यह बंदरगाह भारत के ओड़िशा राज्य में बंगाल की खाड़ी पर स्थित एक प्राकृतिक बंदरगाह है। यह एक गहरे पानी की बंदरगाह है, जिस कारणवश यहाँ बड़े समुद्री जहाज आ और जा सकते हैं। यह भारत की प्रमुख बंदरगाहों में से एक है। ओडिशा, इससे लौह-अयस्क व कोयला का निर्यात करता है।
विशाखापट्टनम
यह बंदरगाह बारह प्रमुख कामकाजी बंदरगाहों में से एक है और आंध्रप्रदेश का एकमात्र प्रमुख बंदरगाह है । माल ढुलाई की मात्रा के हिसाब से यह भारत का तीसरा सबसे बड़ा सरकारी स्वामित्व वाला बंदरगाह है और पूर्वी तट पर सबसे बड़ा है। यह कोलकाता बंदरगाह से 880 किमी और चेन्नई बंदरगाह से 780 किलोमीटर दूर दोनो बंदरगाहों के लगभग मध्य में स्थित है । यह बंदरगाह भारत का सबसे गहरा बंदरगाह।और यह कच्चा तेल व पेट्रोलियम उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है।
चैन्नई
चेन्नई बंदरगाह जिसे पहले मद्रास बंदरगाह के नाम से जाना जाता है और ये मुंबई के न्हावा शेवा के बाद भारत का दूसरा सबसे बड़ा कंटेनर बंदरगाह है । यह बंगाल की खाड़ी में सबसे बड़ा है ।यह भारत के 13 प्रमुख बंदरगाहों में से तीसरा सबसे पुराना बंदरगाह है।भारत का सबसे पुराना कृत्रिम बंदरगाह भी है। उर्वरक खनिज, लौह, पैट्रोलियम उत्पादन व्यापार हेतु प्रसिद्ध है।
तूतीकोरिन (थीरूवियोचिदंबनाथ)
तमिलनाडु के थूथुकुडी में एक बंदरगाह है , और भारत के 13 प्रमुख बंदरगाहों में से एक है । इसे 11 जुलाई 1974 को एक प्रमुख बंदरगाह घोषित किया गया था। यह तमिलनाडु में दूसरा सबसे बड़ा बंदरगाह और भारत में तीसरा सबसे बड़ा कंटेनर टर्मिनल है। यह एक कृत्रिम बंदरगाह है। तमिलनाडु के दक्षिण तट पर स्थित (पूर्वी तट पर) है।
कोचीन
केरल के एर्नाकुलम जिले के कोच्चि शहर में अरब सागर – लक्षद्वीप सागर – हिंद महासागर समुद्री मार्ग पर एक प्रमुख बंदरगाह है । यह भारत का पहला ट्रांसशिपमेंट पोर्ट भी है। केरल में स्थित प्राकृतिक ये बंदरगाह चाय, कॉफी व मसालों के निर्यात के लिये प्रसिद्ध है।
न्यू मंगलोर
पश्चिमी तट पर कर्नाटक का मुख्य बंदरगाह है जो कि कोच्चि एवं मार्मुगाओ के मध्य (320 किलोमीटर दूर) स्थित है। कर्नाटक में, लौह अयस्क का आयात-निर्यात,कुद्रमुख की खान से लोहा इसी बंदरगाह से निर्यात होता हैं।
मर्मगोवा
मुर्मगोवा पोर्ट भारत के गोवा के मोरमुगाओ शहर में स्थित है । इसमें प्राकृतिक रूप से संरक्षित खुले प्रकार का हार्बर है, जो जुआरी नदी के मुहाने के दक्षिणी भाग में स्थित है ।
न्हावाशोवा
जवाहरलाल नेहरू (महाराष्ट्र में स्थित), शुष्क सामाग्री के व्यापार हेतु प्रसिद्ध है। और ये अपनी नई तकनीकी हेतु भी प्रसिद्ध है । (मुम्बई का भार कम करने हेतु)
मुम्बई (द्विप)
बंदरगाह का आधिकारिक नाम Front Bay (फ्रंट बे) है, यह नाम इसलिए पड़ा क्योंकि मुंबई, बंदरगाह की ओर मुंह किये एक छोटी-सी बस्ती के रूप में विकसित हुई थी। पश्चिमी तट का सबसे बड़ा प्राकृतिक बंदरगाह। सर्वाधिक आयात करने वाला बंदरगाह (भारत का 20% व्यापार यही से)।- पैट्रोल व शुष्क निर्मित सामग्री।
कांडला
कंडला भारत के गुजरात राज्य के कच्छ ज़िले में स्थित देश का सब से बड़ा बंदरगाह है। आयात-निर्यात से पूरे विश्व के साथ जुड़ा हुआ है। कंडला का नाम बदल कर अब दीनदयाल बंदरगाह कर दिया गया है। ज्वारीय बंदरगाह, प्राकृतिक।कच्चा तेल, पैट्रोल, खाद्य तेल, नमक, कपास आदि के आयात निर्यात के लिए प्रसिद्ध है।
पोर्ट ब्लेयर
यह में अंडमान और निकोबार के दक्षिण अंडमान जिले में पोर्ट ब्लेयर शहर के पास एक बंदरगाह है । अंडमान सागर पर स्थित यह भारत के प्रमुख बंदरगाहों में से एक है। यह बंदरगाह पोर्ट ब्लेयर पोर्ट ट्रस्ट द्वारा संचालित है ।अंडमान निकोबार के इस बंदरगाह को 2010 में तेरहवें बंदरगाह के रूप में मान्यता मिली।
भारत के प्रमुख बंदरगाह (The Major ports of India)