प्रिय दोस्तो आज हम आपको बताने जा रहे है कि देश का पहला क्रिप्टोगैमिक उद्यान(First Cryptogenic Garden of India) केे बारे मेंं सटीक जानकारी, साथ ही इस उद्यान के माध्यम से आपको पौधों के बारे में व उनके महत्व के बारे और कौन कौन सी प्रजातियों के पौधे इस उद्यान में पाए जाते है, ये सारी बाते हम आपको बताएंगे
First Cryptogenic Garden of India
यह उत्तराखंड के देहरादून जिले के चकराता गांव के देववन में स्थित है यह 9000 फीट की ऊंचाई पर स्थित और लगभग तीन एकड़ में फैला हुआ है इस गार्डन में क्रिप्टोग्राम की लगभग 76 प्रजातियां मौजूद है इसमें शैवाल, काई, फर्न, कवक और लाइकेन शामिल हैं।
क्रिप्टोगौमिक उद्यान का अर्थ है गैर बीज वाले पौधे अर्थात इस उद्यान में सिर्फ गैर बीज वाले पौधे ही लगाये जायंगे इस उद्यान का उद्घाटन सामाजिक कार्यकर्ता अनूप नौटियाल ने किया।
देवबन में देवदार और शाहबलूत वृक्षों के घने जंगल हैं, जो क्रिप्टोगैमिक या पुष्पहीन प्रजातियों के उगने के लिए सहायक होते है और इसका मुख्य उद्देश्य स्कूल, कॉलेज व शोधकर्ताओं विद्यार्थियों को जागरूक करना व उनको प्रोत्साहन करना है