दुनिया का पहला 3डी प्रिटेंड मन्दिर तेलंगाना ( World First 3D Printed Temple)

दुनिया का पहला 3डी प्रिटेंड मन्दिर तेलंगाना ( World First 3D Printed Temple)

दोस्तों, आज हम आपको Help2Youth के माध्यम से इस लेख मे आपको बताएंगे की किसने दुनिया का पहला 3डी प्रिटेंड मन्दिर तेलंगाना ( World First 3D Printed Temple) बनाया है और किसने इसका निर्माण किया है और इक क्या महत्व है और किस तरह दुनिया इस मंदिर का उपयोग करेगी तो आइए जानते है दुनिया का पहला 3डी प्रिटेंड मन्दिर तेलंगाना ( World First 3D Printed Temple) के बारे मे विस्तारपूर्वक जानकारी

दुनिया का पहला 3डी प्रिटेंड मन्दिर तेलंगाना ( World First 3D Printed Temple)

यह मंदिर तेलंगाना मे बनाया जा रहा है इसका अनावरण तेलंगाना के सिद्दीपेट जिले के बुरुगुपल्ली में किया जा रहा है जिससे बनने मे पूरे तीन माह से पाँच माह का समय लग गया है और यह दुनिया का पहला 3डी प्रिटेंड मन्दिर है जिसे अत्याधुनिक 3 डी टेक्नॉलजी के साथ बनाया जा रहा है जो लगभग 3800 से 4000 वर्ग फेट क्षेत्र मे फैला हुआ है जिसकी ऊंचाई लगभग 35.5 फुट है 

दुनिया का पहला 3डी प्रिटेंड मन्दिर तेलंगाना ( World First 3D Printed Temple)

मंदिर का डिजाइन व निर्माण 

तेलंगाना शहर की रियल एस्टेट कंपनी अप्सुजा इंफ्राटेक (Apsuja Infratech) कंपनी इसका निर्माण कर रही है जिसने अत्याधुनिक रोबोटिक्कस 3 डी प्रिंटिंग टेक्नॉलजी का उपयोग खंबे, स्लैब, फर्श व शेष घटकों को आधुनिक तरीके से तैयार करके बनाया है जिससे यह मंदिर काफी खूबसूरत होने वाला है इस मंदिर मे तीन गृह है जो अलग अलग देवता को समर्पित है आइये विन तीनों घरों के  बारे मे जानते है:

पहला गृह

भगवान गणेश के लिए मोदक: यह सैंक्चुएरी मोदक के आकार में निर्मित है। मोदक एक मीठा व्यंजन जो पारंपरिक रूप से भगवान गणेश को चढ़ाया जाता है।

दूसरा गृह

भगवान शंकर के लिए वर्गाकार शिवालय, यह अभयारण्य चौकोर आकार का है और भगवान शिव को समर्पित है।

तीसरा गृह

देवी पार्वती के लिए कमल के आकार की सैंक्चुएरी, यह सैंक्चुएरी कमल के फूल के आकार की है जो देवी पार्वती को समर्पित है।

 

दुनिया का पहला 3डी प्रिटेंड मन्दिर का महत्व 

 

इस मंदिर का 3 डी निर्माण की वजह से से आस पास के पर्यावरण मे काफी प्रभाव पड़ेगा  इस 3डी-मुद्रित मंदिर के सफल निर्माण से वास्तुकला, प्राचीन परंपराओं और भविष्य की प्रौद्योगिकी आदि के क्षेत्र मे विशिष्ट पहचान दिलाएगा यह मंदिर इन-हाउस 3डी प्रिंटिंग प्रणाली सिंपलीफोर्ज क्रिएशंस द्वारा विकसित की गई थी। और 3 डी प्रिटिंग के लिए उपयोग की जाने वाली समंग्री स्थानीय स्थर पर तैयार किए गए है जो कि बाकी मंदिरों से बिल्कुल अलग होगा

मंदिर

सिप्लीफोर्ज के चीफ अधिकारी अमित घुले ने बताया कि यह सिर्फ भारत का ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में पहला 3डी प्रिंटेड मंदिर है जिसका निर्माण इस तरह से किया गया है कि किसी भी आपदा में इसे नुकसान होने का संभावना कम होगी

 

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